आदिकाल से ही अलसी हमारे दैनिक जीवन में शामिल थी। हमारे बुजुर्गों को इसका महत्व आदिकाल से ही ज्ञात था इसलिए हर बार सर्दियों में अलसी और तिल के लड्डू बनाकर खाए जाते रहे हैं। अलसी गुणों का खज़ाना है, लेकिन कई लोग आज भी इससे अनजान हैं। अलसी हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाकर स्वस्थ रखने में मदद करती है।
शाकाहारी लोगों के लिए अलसी वरदान है, क्योंकि मछली में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड अलसी में मौजूद होता है। साथ ही इसमें लिगनेंस एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर व अल्फा लिनोलिक एसिड भी मौजूद होता है जो आपके शरीर में होने वाली तरह-तरह की बीमारियां जैसे – डायबिटीज, दिल की बीमारी, पेट की परेशानी और अन्य कई स्वास्थ्य समस्याओं को कम करते हैं। अलसी के औषधीय गुण मनुष्य के लिए अमृत से कम नहीं हैं।अलसी को यूं ही गुणों की खान नहीं कहा जाता है। अलसी के बीज व तेल में अल्फा लिनोलिक एसिड (alpha linolic acid) पाया जाता है, जो कि एक तरह का ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 fatty acid) होता है। उसके साथ ही इसमें फाइबर (fiber), विटामिन बी कॉम्प्लेक्स (vitamin B complex), प्रोटीन (protein), पोटैशियम (potassium), मैग्नीशियम (magnesium), फॉस्फोरस (phosphorus), मैंग्नीज (manganese), थायामिन (thayamin) और फाइटोएस्ट्रोजन (fightoestrogen) जैसे मिनरल्स (minerals) भी पाए जाते हैं। इन सभी में कई सारे चिकित्सकीय गुण होते हैं। 100 ग्राम अलसी में 18 ग्राम प्रोटीन होता है।
अलसी के बीजों में ओमेगा3, फैटी ऐसिड और लीगनंस तत्वों एंटी कैंसर एजेंट होते हैं जो न केवल कैंसर से बचाव करते हैं बल्कि प्रोस्टेट, ब्रेस्ट कैंसर, लंग कैंसर और कोलोन से भी रक्षा करते हैं।
अलसी के बीज और इसका तेल महापोषक हैं । इनका भरपूर इस्तेमाल करें लड्डू बनाकर आटे में पिसवाकर तेल बनाकर ये जीवन रक्षक एंटी कैंसरस एंटी एजिंग एंटी इंफलामेटरी एंटी वायरस है । साथ ही अलसी आपकी आंतों और दिल का रक्षक है ।