अकड़ की कुल्हाड़ी

अकड़ की कुल्हाड़ी

अकड़ की कुल्हाड़ी प्राचीन समय में लोग प्राकृतिक तत्वों से जुड़े हुए थे और सम्मान की भावना से उनका उपयोग करते थे। यह कुछ ऐसा था…
दुनिया का अन्तिम इतिहासकार..!

दुनिया का अन्तिम इतिहासकार..!

दुनिया का अन्तिम इतिहासकार..! अस्तित्व की सांझ में, जब सूर्य की सुनहरी किरणें धरती को स्पर्श देना बंद कर चुकी थीं। तब एक अकेला जीवित बचा…
प्रकृति से जुड़े कर्मकांड क्या हैं ..

प्रकृति से जुड़े कर्मकांड क्या हैं ..?

प्रकृति से जुड़े कर्मकांड क्या हैं ..? यह प्रश्न कितनी बार उपस्थित होता है कि कर्मकांड क्या हैं..?  क्या यह केवल अंधविश्वास हैं? भारतीय दर्शन इसके विषय…
मिट्टी का आश्चर्य

मिट्टी का आश्चर्य

मिट्टी का आश्चर्य कांक्रीट से निकलकर लोग, छोटे मिट्टी के घरों को देखना आश्चर्य समझते हैं। मिट्टी उनके लिए आश्चर्य है… हालांकि वह भी मिट्टी का…
क्या वन रोए

क्या वन रोए, अपने लिए..?

क्या वन रोए, अपने लिए..? हम वनों में गए, अपनी शान्ति की इच्छा में,क्या वन रोए,भीतर पैर रखती इस अशांति के लिए..? विलुप्त हुईं , कई…
मानव का ताप बढ़ रहा है..!

मानव का ताप बढ़ रहा है..!

मानव का ताप बढ़ रहा है..! जैसे - जैसे गर्मी बढ़ रही है, लोगों को जंगलों की याद आने लगी है। इंसानी दिमाग़ की आदत है,…
धरती का ज्वर

धरती का ज्वर

धरती का ज्वर- धरती तप रही है और इसका यह ताप निरंतर बढ़ता जा रहा है। जिन लोगों के बीच हम रहते हैं, अगर उसमें कोई…
बेघर

बेघर

कुछ बेघर जीव जंतु देखे..!प्रश्न मेरा हर बार यही उठता है कि उनके घर में यह कौन रह रहा है..? मानव ने इतने जीव जंतुओं के…
किसान होना आसान नहीं है

किसान होना आसान नहीं है

किसान होना आसान नहीं है..! बीज से बंधी उम्मीद लेकरचलते रहना आसान नहीं है .. मौसम की तांक- झांक में भीडटकर रहना आसान नहीं है … बाढ़, अकाल…
सूक्ष्म से विराट

सूक्ष्म से विराट

प्रकृति की भाषा के केंद्र में सब सम्मिलित है। वो सबको उत्तर भी समान रुप से दे रही है। हर पल कुछ कह रही होती है,…
गुलाबी आसमान

गुलाबी आसमान

प्रकृति ने एक बच्चे को रंग पकड़ा दिए..उस बच्चे ने पेड़ नीले, तो कुछ लाल बना दिए..! आसमान गुलाबी बनायापंक्षियों के ना टूटने वाले घोंसले बनाए..!…
प्रकृति का मन

प्रकृति का मन

कितना कुछ रखा है एक सोच के अंदर..! खेत-खलिहान, तो कुछ आँगन के किस्से ।कभी गांव उमड़ आता है तो कभी शहर , परिधानों के भी…
प्राकृतिक निषेध

प्राकृतिक निषेध

जितने भी लोग तीर्थयात्राओं पर जाते हैं, उन्हें यात्रा पर निकलने से पहले स्व मंथन से जानना चाहिए कि इस यात्रा का अर्थ क्या है..? वो…
उनके घर में यह कौन है..

उनके घर में यह कौन है..?

कुछ बेघर जीव जंतु देखे..!प्रश्न मेरा हर बार यही उठता है कि उनके घर में यह कौन रह रहा है..? मानव ने इतने जीव जंतुओं के…
पतझड़

पतझड़

बिखरी हुई पत्तियों ने भी पूरा जीवन देखा है अपना। वृक्ष की शाखाओं से लिपटी हुई उसकी बारीक रेखाओं में पनपना हो, या फिर बीज के…
प्रवाल विरंजन

प्रवाल विरंजन Coral bleaching

दुनिया भर में जिस तरह से जलवायु परिवर्तन के कारण प्रवाल विरंजन (coral bleaching) की स्थिति बढ़ती जा रही है, ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के ग्रेट बैरियर…
Dr. Jaibir Singh

मगरमच्छों की दुनिया

World of Crocodilesमगरमच्छों की दुनिया प्रकृति से अधिक आश्चर्य कोई नहीं दे सकता और बात जब इसके जीवों की हो तो…अनगिनत जीव हैं, जिनकी दुनिया अब…
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प्रकृति के पूजक “बिश्नोई समाज”

भारत के इतिहास में पाँच सितम्बर, 1730 को एक ऐसी घटना घटी है, जिसकी विश्व में कोई तुलना नहीं की जा सकती। उस दिन पर्यावरण संरक्षण…
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धरती के प्रथम किसान

इंसानों से बहुत पहले ही खेती का काम होता आ रहा है.. धरती के सबसे पुरातन, कुशल और समृद्ध ; परंतु शांत और शील किसानों से…वो…