Posted inप्रकृति की औषधियां माँ प्रकृति पतझड़ February 19, 2024Posted inप्रकृति की औषधियां, माँ प्रकृतिTags: जीवन, पतझड़, पत्ती, यात्रा, वृक्ष बिखरी हुई पत्तियों ने भी पूरा जीवन देखा है अपना। वृक्ष की शाखाओं से लिपटी हुई उसकी बारीक रेखाओं में पनपना हो, या फिर बीज के…
Posted inआत्म स्पर्श अनंत में व्याप्त यात्राएं महा परिवर्तन के साथ चलती हैं February 16, 2024Posted inआत्म स्पर्शTags: अनंत, अनुभूति, चुनाव, परिर्वतन, यात्रा, विराम चुनाव के आसपास घूमते फिरते इस जीवन में, क्या चुना जाए और क्या न चुना जाए के बीच का द्वंद्व अनवरत प्रवाह में है। शरीर की…