Posted inआत्म स्पर्श सुनो अंतर्मन March 18, 2024Posted inआत्म स्पर्शTags: मेरे प्यारे अंतर्मन, संवेगो का प्रलाप, सुनो अंतर्मन सुनो अंतर्मन! तुम व्यूहरचना को क्यूँ नहीं रोकते?कितने ही संवेगो का प्रलाप है तुम्हारे भीतरक्या कुछ नहीं पिरोया जाता हर क्षण तुम मेंतुम कैसे इस ऊहापोह…