बैक्टीरिया क्या है?
क्या आप जानते हैं, कि हमारे शरीर के अंदर विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया रहते हैं? माना जाता है की बैक्टीरिया बीमारी पैदा करते हैं, लेकिन उनमें से सभी हानिकारक नहीं होते हैं, सच तो यह है कि, उनमें से अधिकांशत: कुछ नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और हमारे जीवन के लिए आवश्यक भी होते हैं।
यह विश्वास करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन वास्तव में 100 ट्रिलियन बैक्टीरिया हमारे शरीर में होते हैं, जिनमें से अधिकांश आंत में पाए जाते हैं। उन्हें आँतों के फूल कहा जाता है और इसका वज़न लगभग 600 ग्राम से 1.5 किलोग्राम तक होता है । जितना हमारे लीवर का वज़न है। वैज्ञानिक उन्हें “Forgotten Organ” कहते हैं, क्योंकि वे हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं, हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं और हमारे शरीर को आकार देते हैं।
- अगला सवाल है कि ये बैक्टीरिया कैसे काम करते हैं?
जन्म से, नवजात शिशु बैक्टीरिया से घिरे होते हैं। जो उन्हें माँ से, आमतौर पर जिस वातावरण में वो पैदा होते हैं (वैजाइनल ट्रैक) से बहुत बड़ी मात्रा में इम्यूनिटी के तौर पर और वायु आदि से मिलते हैं। जिन बच्चों की नॉर्मल डिलीवरी होती है, सिजेरियन (caesarean) वाले बच्चों की तुलना में अधिक स्वस्थ होते हैं, क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता का एक बड़ा हिस्सा उन्हें योनि मार्ग से जन्म लेते हुए मिल जाता है !
-बैक्टीरिया के क्या लाभ हैं?
आपको पता होना चाहिए कि, हम बैक्टीरिया के बिना नहीं रह सकते- ये वो हैं जो भोजन के पाचन में और हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं ताकि हम infection से लड़ सकें और आराम से रह सकें। बैक्टीरिया कई मायनों में हमारे Health Heroes हैं।
- क्या यह शिशुओं को infections से बचाते हैं-
जिसने भी सोचा था कि breast milk में जीवाणु नहीं होते हैं, उन्हें जानकर आश्चर्य होगा कि स्तन के दूध में 200 विभिन्न प्रकार के जीवाणु होते हैं। ये बैक्टीरिया new born’s के स्वास्थ्य और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण हैं और इस तरह उन्हें बाद में जीवन में बीमारियों और अन्य infections से पीड़ित होने से बचाते हैं।
अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को विकसित करने के लिए हमें बैक्टीरिया की आवश्यकता होती है; विशेष रूप से हमारी आंत में, जिसमें हमारे शरीर की लगभग 70% प्रतिरोधक क्षमता होती है। ये बैक्टीरिया रोगों की गंभीरता को कम करने वाली हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पाचन तंत्र में बैक्टीरिया पोषक तत्वों को सोखने के लिए महत्वपूर्ण हैं, जिन्हें हमारे शरीर पचा नहीं पाते हैं। आप यह जानकर हैरान होंगे की खाने से लगभग 30% calories हमारे आंत के बैक्टीरिया की मदद से मिलते हैं।
कुछ बैक्टीरिया हमारी आँतों में विटामिन्स बना सकते हैं जैसे की विटामिन K और विटामिन बी 12…खाना पकाने से विटामिन B आसानी से नष्ट हो जाता है और हम में से कई इस महत्वपूर्ण विटामिन की कमी से पीड़ित हैं। बैक्टीरिया इसे दूर करने में मदद कर सकते हैं।
- क्या यह हमारे मूड को प्रभावित करता है?
क्या कभी आप घबराहट या डर से बीमार पड़े हैं या आपके पेट में हलचल मची है। वैज्ञानिकों के अनुसार हमारी आंत के बैक्टीरिया डोपामाइन और सेरोटोनिन (हमारे आँतों के अच्छे हार्मोन हैं ये) जैसे हार्मोन का उत्पादन करके हमारे मूड को प्रभावित कर सकते हैं जो तनाव और चिंता को कम करते हैं।
इसलिए अच्छे बैक्टीरिया को बनाए रखना हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने से ज़्यादा महत्वपूर्ण है।
एक अच्छी तरह से संतुलित आहार लेना, व्यायाम, पर्याप्त नींद, अधिक फाइबर, पानी और प्रोबायोटिक्स, ये सारे जीवन के लिए आवश्यक बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं।
अगर किसी व्यक्ति को हर समय पेट में भारीपन या फूला हुआ महसूस होता है, कब्ज़ या दिन में दो या ज़्यादा बार मल त्याग करना पड़ता है, मुंह की उचित साफ-सफाई के बावजूद भी सांसों से दुर्गंध आती है. इसका मतलब आपकी आंत अस्वस्थ है।
इस पर पूरी पुस्तिका लिखी जा सकती है 42 तरह से शरीर में काम करते हैं ये नन्हे हीरो …!
डॉ० जयवीर सिंह
महर्षि सुश्रुत चिकित्सा संस्थान एवं अनुसंधान केन्द्र